20.11.16

नए मकान में सुखद ग्रहप्रवेश कैसा हो



खुशिया हर सुबह घर में दस्तक दे , इसके लिए नये घर में शुभ तरीके से प्रवेश करना बहुत जरूरी है। सुख और दुख सबके जीवन के दो रंग है। फिर भी सभी चाहते है की उनके घर के आँगन में रोशनी खिले , आँगन में खुशिया महके , हर कमरे में खुशिया महके।  नवगृह में प्रवेश के समय कुछ ख़ास बातो का ध्यान रखना जरूरी है। 
  1. नवगृह में पानी से भरे एक कलश को स्थापित करे और इसके ऊपर एक सकोरे में अन्न रखा जाता है। ऐसा करने से घर  हमेशा अन्न जल से भरा रहता है। ध्यान रहे , यह दोनों ही चीजे प्रतिदिन की पहली जरूरत होती है। इसके साथ ही अन्न-जल वाले एक कलश से उस स्थान में पहले से मौजूद-आत्माओ को खुश किया जाता है।इसके बाद वास्तु शांति की पूजा की जाती है।  नौ-ग्रहो का पूजन भी किया जाता है। षोडश मातृका यानी के 16 देवियो की पूजा की जाती है। 
  2. सभी बड़ो का आषीर्वाद मिले , इसके लिये उनका चरण पूजन करे। मिठाइ और वस्त्र से पैर पूजन का कार्य करके बड़ो का आशीष पाए। पितरो के नाम से भी कपडे और मिठाई निकाल कर पंडित जी को दे। 
  3. कुछ लोग इस अवसर पर कन्या पूजन भी कर सकते है।  यह उपाय देवियो का आषीर्वाद पाने के लिए किया जाता है।  
  4. नए घर के दरवाजो को दीपक से सजाये।  घर के प्रवेश द्वार पर रोशनी जरूर करे, ताकी बुरी शक्तियां वहां नहीं भटके और घर में सकारात्मक  ऊर्जा का प्रवाह होता रहे। 
  5. पूजा के बाद पहला भोजन मीठा और गरम होना चाहिए। कुछ प्रदेशो में इस मोके पर दूध की मीठी  चीजे बनती है , तो कई क्षेत्रो में गरमागरम हलवा बनाया जाता है। 
  6. गृहप्रवेश में मकान मालिक को उसी स्थान पर ही सोना चाहिए , क्यूंकी आपने देवी-देवताओ और पितरो का आवाह्न किया है। वे उस दिन आपके मेहमान होते है। उनको अकेला छोड़ कर जाने से वे बुरा मान सकते है।  अगर बहुत जरूरी है , तो दुसरे दिन चले जाए। 
  7. पूजा के बाद गंगाजल को सभी कमरो में छिड़क दे। 
  8. नारियल को श्रीफल कहा जाता है , इसे घर के मुख्य दरवाजे पर लटकाये। यह एक ऐसा फल है जिसमे जल और ठोस दोनों ही होते है। यह घर की सम्पनता का प्रतीक होता है। 
  9. नए घर में पौधे जरूर रखे।  आपकी लंबी अनुपस्थिति में भी ये पौधे वहां सांस लेते रहेगे , इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा निरंतर बहती रहेगी।  घर का वातावरण बहते पानी के तरह निर्मल रहेगा। 




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